महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं

महिलाओं की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है तो उनकी समस्याएं भी बढ़ती हैं। हार्मोनल बदलाव से अनियमित पीरियड्स की शिकायत,कमजोरी के कारण उनमें थकान और चिड़चिड़ापन होना, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हाइपरटेंशन की तकलीफ होती है। वहीं कैल्शियम की कमी से हड्डियों की समस्या और कमर-जोड़ोंं में दर्द होने लगता है।

गरीबी व परिवार तथा समाज में भेदभाव के कारण महिलाओं की स्वास्थ्य समस्यायें न केवल और बढ़ जाती हैं बल्कि इसके कारण स्वास्थ्य सेवा तंत्र भी महिलाओं को ऐसी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में असक्षम हो जाता है जिनकी महिलाओं को आवश्यकता होती है। सरकारी नीतियों तथा विश्व की आर्थिक स्थितियों से समस्या और भी गहरी हो जाती है ।
स्वस्थ जीवन जीने के लिए, स्वस्थ जीवनशैली के साथ पौष्टिक आहार लेना महत्वपूर्ण है. विशेष रूप से, महिलाओं को अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. क्योंकि जीवन के प्रत्येक चरण में उनके शरीर में कई परिवर्तन होते हैं. इसलिए, उम्र के हर स्टेज में कुछ पोषक तत्वों का सेवन करना आवश्यक है.
आंकड़ों के अनुसार हमारे देश में करीब 70 प्रतिशत सामान्य महिलाओं और 75 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में खून की कमी है। गर्भावस्था के दौरान केवल 37 प्रतिशत महिलाओं को उचित देखरेख मिल पाती है। पिछले कुछ समय से सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में प्रयास किए जा रहे हैं।

Welcome to My profile
My Name – vivaan bhagat
place city – jashpur chhattisgath india